पैरों के तलवों में तेल मालिश

क्यों अपने पैरों के तलवों में तेल लगाएं?

आयुर्वेद सागर


      आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार, पैरों के नीचे लगभग 100 एक्यूप्रेशर बिंदु हैं। उन्हें दबाने और मालिश करने से मानव अंगों को भी ठीक किया जाता है। इसे फुट रिफ्लेक्सोलॉजी कहा जाता है। दुनिया भर में पैरों की मालिश से चिकित्सा का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है।

      पैरों में दर्द है तो रात को अपने पैरों के तलवों को 2 मिनट तक रोजाना जैतून के तेल से मालिश करना शुरू करो। इस प्रक्रिया से कुछ ही दिनों में पैरों के दर्द से राहत मिलेगी।

      रात में सोने से पहले अपने पैरों के तलवों पर तेल की मालिश करने से बेहतर नींद आती है और थकान दूर होती है। सुबह उठने में परेशानी होती हो तो अब नहीं होगी।

      पैरों में हमेशा सूजन और चलते समय दर्द होता है और जल्दी थकान होती है तो अपने पैरों के तलवों पर जैतून के तेल से मालिश करना चाहिए। सिर्फ 10 से 15 दिनों में पैरों की सूजन गायब हो जाएगी। चलने में दर्द नहीं होगा।

      थायरॉइड के रोगी आयुर्वेदिक चिकित्सा के साथ-साथ पैरों के तलवों पर 3 दिन सरसों का और 3 दिन जैतून का तेल लगा कर मालिश करें। नाभि में गाय का देसी घी रोज़ाना डालें। बहुत जल्द रोग ठीक हो जाएगा।

      जिनको बार बार नाभि हिलने की समस्या रहती है वे रोगी रोज़ाना पैरों के तलवों की मालिश के साथ नाभि में देसी गाय का घी डालें। नाभि में सरसों और जैतून का तेल भी डाला जाता है। 3 दिन बदल कर डाल सकते हैं।


विभिन्न लोगों के अनुभव

मेरे दादा का 87 साल की उम्र में निधन हो गया, पीठ में दर्द नहीं, जोड़ों का दर्द नहीं, सिर दर्द नहीं, दांतों का नुकसान नहीं। उन्होंने बताया कि उन्हें कलकत्ता में एक बूढ़े व्यक्ति ने, जो कि रेलवे लाइन पर पत्थर बिछाने का काम करता था, सलाह दी कि सोते समय अपने पैरों के तलवों पर तेल लगाये। यह मेरे उपचार और फिटनेस का एकमात्र स्रोत है।

एक छात्रा ने कहा कि जब मेरी आँखों की रोशनी कमजोर हो गयी तो मेरी मां ने पैरों के तलवों में तेल लगाने पर जोर दिया। जब उसने इस प्रक्रिया को जारी रखा, तो आंखों की रोशनी धीरे-धीरे पूरी तरह से स्वस्थ हो गई।

एक व्यापारी अवकाश के लिए चित्राल गया था। वहाँ एक होटल में सो नही पा रहा था तो बाहर घूमने लगा। बाहर बैठे पुराने चौकीदार ने पूछा कि, "क्या बात है?"  उसने कहा नींद नहीं आ रही है!  वह मुस्कुराया और कहा, "क्या आपके पास कोई तेल है?" उसने कहा, नहीं, वह गया और तेल लाया और कहा, "कि कुछ मिनट के लिए अपने पैरों के तलवों की मालिश करें।" उसने वैसा ही किया फिर आराम से सो गया।

मुझे पेट की समस्या थी। पेट सख्त रहता था। अपने तलवों पर तेल से मालिश करने के बाद, 20 दिनों में मेरे पेट की समस्या ठीक हो गई। वास्तव में इस प्रक्रिया का एक जादुई प्रभाव है। रात को पैरों के तलवों की तेल से मालिश ने मुझे बहुत सुकून की नींद दी है।

एक व्यक्ति ने बताया कि बारह तेरह साल पहले मुझे बवासीर हुआ था। मेरा दोस्त मुझे एक ऋषि के पास ले गया जो 90 साल का था।  उन्होंने हाथ की हथेलियों पर, उँगलियों के बीच, नाखूनों के बीच और नाखूनों पर तेल रगड़ने का सुझाव दिया और कहा: नाभि में चार-पाँच बूँद तेल डालें और सो जाएँ। मैं हकीम साहब की सलाह मानने लगा।  मुझे बहुत राहत मिली। इस टिप ने मेरी कब्ज की समस्या को भी हल कर दिया। मेरे शरीर की थकान भी दूर हो जाती है और मुझे चैन की नींद आती है। ये खर्राटों को रोकता है।

ऐसे अनगिनित लोग मिल जायेंगे जो आपको पैरों के तेल मालिश से हुए लाभः का जिक्र करेंगे। लेकिन लाभः तब होगा जब आप मालिश करेंगे।

किसी भी तेल सरसों या जैतून, आदि को पैरों के तलवों और पूरे पैर पर लगायें, विशेषकर तलवों पर 2 से 3 मिनट के लिए रात को सोते समय, पैरों के तलवों की मालिश करना कभी न भूलें, और बच्चों की मालिश भी इसी तरह करें। इसे अपने जीवन के बाकी हिस्सों के तरह एक दिनचर्या बना लें। ये आपके शरीर को पुष्ट कर जीवन को सुखी बना देगा।


आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ रहें।
सारे सुख निरोगी काया।

कोई भी दवा चिकित्सक के परामर्श से ही प्रयोग करें।

Ayurved Sagar
Vaid Karamjeet Singh
ayurvedsagarkhanauri@gmail.com

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