कौंच बीज शुद्ध कैसे करें?
कौंच के बीज कई प्रकार के होते हैं लेकिन सफ़ेद कौंच सबसे अच्छे होते है। आमतौर पर लोग कौंच के बीज को पीस कर इस्तेमाल कर लेते हैं लेकिन ये ठीक नहीं है। कौंच को पहले शुद्ध करना होता है। अशुद्ध बीज फ़ायदे की जग़ह नुकसान कर सकते हैं। सेहत का नुकसान और पैसे का नुकसान। अशुद्ध कौंच खाने से पेट ख़राब रहने लगता है। पेट ख़राब तो सब खराब।
कौंच शुद्ध करने की विधि
कौंच शुद्ध करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले कौंच बीजों को छाँट लो। पिचके हुए बीज अच्छे नहीं होते। पूरे गोल छोटे बड़े बीज छाँट लें।
1kg कौंच बीज 2kg देसी गाय का दूध 1kg पानी डाल कर उबलने के लिए रखें। बहुत धीमे सेक पर उबालते रहें। 10 घंटे उबालें। 2 - 3 घंटे ठंडा होने दें। थोड़ा हल्का गर्म रहने पर थोड़े थोड़े बीज निकालते रहें और गर्म गर्म बीजों को छीलना है। बीज को एक साइड से दबाओ बीज का छिलका अलग हो जाएगा। छिले हुए बीजों को साफ पानी में डाल कर अच्छी तरह धो लें। बीज शुद्ध हो गए।
अब बीजों को सुखाना और पीसना है। बीज धोने के बाद एक कपड़े पे दाल कर 4-5 घंटे धूप में सुखा लें और फिर हथौड़ी से एक एक बीज एक एक चोट लग कर थोड़ा चपटा बना दें। फिर अगले दिन की धूप लगाकर फिर से बीजों को माम् दस्ते में डाल कर थोड़ा थोड़ा तोड़ें। फिर एक दिन की धूप लगाकर मिक्सर ग्राइंडर में डाल कर चूर्ण बना लें। सबसे जरूरी चूर्ण को फिर से एक दो दिन धूप में रखें।
पीसने की प्रक्रिया ऐसी इसलिए है क्योंकि साबुत बीज पूरी तरह सूखने में कई दिन लेंगे और सूखते हुए थोड़ा रंग भी खराब हो जाएगा। साबुत बीज बहुत सख़्त हो जाएंगे जो मिक्सर ग्राइंडर में पीसना बहुत मुश्किल हो जाएगा। बीज दूध में उबले होने की वज़ह से जल्दी सुखाने होते है नहीं तो खराब हुए दूध जैसी बदबू आने लगती है।
कौंच को बराबर मात्रा में अश्वगंधादि चूर्ण और धागा मिश्री मिला कर खाने से शरीर बलवान बनता है। कौंच बीज बहुत ही अच्छा वीर्य वर्द्धक है। मर्द औरत दोनों के लिए बहुत अच्छा है। मर्दाना कमज़ोरी की लगभग सभी दवाओं में कौंच का इस्तेमाल होता है।
कोई भी दवा चिकित्सक के परामर्श से ही प्रयोग करें।
Ayurved Sagar
Vaid Karamjeet Singh
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