कब डरते हैं आपके बॉडी पार्ट्स

आपके द्वारा की जाने वाली हरकतें (ग़लत आदतें) आपके बॉडी पार्ट्स को कब - कब डराते है।

Exercise


१) Stomach पेट उस वक्त डरा होता है जब आप सुबह का नाश्ता नहीं करते। ख़ाली पेट गैस और ऐसिड से भर जाता है और बीमारी का कारण बनता है।

२) Kidneys गुर्दे उस वक्त डरे होते हैं जब आप प्यास लगने पर पानी नहीं पीते। पानी की किम की वजह से गुर्दे ख़ून की सफ़ाई का काम ठीक से नहीं कर पाते और कचरा गुर्दे में रुकने की वजह से पथरी बन जाती है। गुर्दे ख़राब होने की सबसे बड़ी वजह पर्याप्त मात्रा में पानी  पीना है।

३) Gallbladder पित्ताशय उस वक्त परेशान होता है जब आप अधिक ताला भुना भोजन करते हो, देर रात तो खाते रहते हो  और जब आप रात 11:00 बजे तक सोते नहीं और सूरज उगने से पहले जागते नहीं हैं।

४) Small Intestine छोटी आंत उस वक्त तकलीफ महसूस करती है जब आप अधिक ठंडी चीजें पीते हो और बासी खाना खाते हो। भोजन के तुरंत बाद पानी पीते हो।

५) Large Intestine बड़ी आंत उस वक़्त ख़तरा महसूस करती है जब आप अधिक मसालेदार और तला भुना भोजन करते हो।

६) Lungs फेफड़े उस वक्त बहुत तकलीफ में होते हैं जब आप धूम्रपान करते हो, धूल भरी हवा में साँस लेते हो। गंदे वातावरण में रहते हो।

७) Liver यकृत उस वक्त डर में होता है जब आप बाज़ार का बना भोजन अधिक करते हो फ़ैक्ट्री का बना डब्बा बंद अधिक खाते हो और आप फल और सब्ज़ियाँ नहीं खा रहे होते।

८) Heart दिल उस वक्त बहुत तंग होता है जब आप अधिक नमकीन और कोलेस्ट्रोल वाली चीजें खाते हैं और कसरत भी नहीं करते है।

९) Pancreas अग्नाश्य उस वक्त बहुत डरता है जब आप क़ुदरत का बनाया हुआ मीठा त्याग के बाज़ार का बनाया हुआ मीठा अधिक खाते हो। क़ुदरत का बनाया मीठा फल और सब्ज़ियाँ होते है। बाज़ार में मिठाइयाँ बनती है जो तंदुरुस्ती की दुश्मन होती है।

१०) Eyes आँखे उस वक्त तंग आ जाती हैं जब आप अंधेरे में मोबाइल और कंप्यूटर पर उनकी तेज रोशनी में काम करते हैं। जब आप धूल मिट्टी में आँखों को ढँकते नहीं। मोटर साइकल चलते वक़्त हेल्मेट नहीं पहनते। आँख में धूल या मच्छर चला जाने पर आँख को रगड़ते हो।

११) Brain दिमाग उस वक्त बहुत दु:खी होता है जब आप मेडिटेशन नहीं करते और जब आप नेगेटिव सोचते हैं।

१२) Muscles पठे उस वक़्त तकलीफ़ में होते है जब आप बहुत दिनो तक कोई व्याम (कसरत) नहीं करते हो और अधिक वसा fat वाला भोजन करते हो।

अपना ख़्याल रखें। शरीर बहुत अनमोल है और बाज़ार में मिलता भी नहीं।

आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ रहें।
सारे सुख निरोगी काया।
कोई भी दवा चिकित्सक के परामर्श से ही प्रयोग करें।

Ayurved Sagar
Vaid Karamjeet Singh
ayurvedsagarkhanauri@gmail.com

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