क्या हमें दूध पीना चाहिए?

दूध Milk (दुग्ध)


क्या हमें अधिक मात्रा में दूध पीना चाहिए?

      हर एक दुधारू जीव अपने बच्चे के जन्म से ही दूध पिलाना शुरू कर देता है। बच्चा पैदा होते ही दूध पीना सीख जाता है। लेकिन वो कुछ दिन कुछ महीने या कुछ एक दो साल तक ही दूध पीता है। बाकी की सारी जिंदगी वो दूध नहीं पीता और तंदरुस्त भी रहता है। उसके शरीर में किसी प्रकार की कमी नहीं होती।

         इंसान भी पैदा होने के बाद से कुछ महीने या साल तक माँ का दूध पीता है और फिर जब थोड़ा बड़ा हो जाने पर माँ का दूध छोड़ कर गाय भैंस बकरी या किसी अन्य पशु का दूध पीना शुरू कर देता है और सारी जिंदगी दूध पीता है। आर्युवेद के अनुसार अपनी मां का दूध पीना चाहिए किसी और की मां का दूध कभी नहीं पीना चाहिए।

       आधुनिक शिक्षा और विज्ञान का ये मानना है कि दूध एक संतुलित भोजन है। शरीर के पोषक तत्व दूध के बिना पूरे नहीं हो सकते लेकिन ऐसा नहीं है दूध के बिना भी शरीर के सभी पोषक तत्व पूरे हो जाते हैं

        जो जीव सारी जिंदगी दूध नहीं पीते उनमें कभी भी किसी पोषक तत्व की कमी नहीं पाई जाती लेकिन इंसान जो सारी जिंदगी दूध पीता है हमेशा उसके शरीर में किसी न किसी पोषक तत्वों की कमी रहती है।  उसकी वजह कहीं ना कहीं दूध हो सकता है क्योंकि अधिक मात्रा में दूध पीने से पाचन खराब रहने लगता है और खराब पाचन शरीर के अंदर कमी पैदा कर देता है हम जो भी खाते हैं पाचन खराब होने की वजह से हमारा शरीर उसके पूरे पोषक तत्व निचोड़ नहीं पाता और उसकी वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी रहने लग जाती है।

रात में दूध पी कर सोना अच्छा है या बुरा?

        दूध को पचाने के लिए 5 से 5.30 घंटे लगते हैं। इस बीच अगर अपने कुछ और खा लिया तो दूध पचाने की प्रकिर्या रुक जाएगी और नए खाये भोजन को पचाने में अलग समय लगेगा। इस बीच दूध पेट में सड़न पैदा करेगा और बाद में खाये गए भोजन के साथ पचने की किर्या करेगा। इससे होगा ये की दूध का पाचन क्रिया अधूरा रह कर भोजन के साथ मिल जाएगा और भोजन के रस को भी दुषित करेगा। अब ये बनेगा दुषित रस और इस रस से बनेगा दुषित खून। अगर आप रात में दूध पी कर सो गए तो दूध को अच्छी तरह पचने के लिए पूरा समय मिलता है और दूध के फ़ायदे मिलते हैं। सुबह दूध पीने वालों को हमेशा पेट संबंधी कोई न कोई विकार लगा ही रहता है।

क्या दूध मीठा डाल कर पीना चाहिए?

       वैसे तो दूध को हमेशा फीका ही पीना चाहिए। लेकिन अगर मीठा पीना है तो चीनी डाल कर मीठा कभी न करें। गुड़ शक्कर या मिश्री डाल सकते हैं। मीठा दूध पीने से वज़न बढ़ता है। दूध में शक्कर डाल कर रात को सोते समय पीने से सुबह पेट अच्छी तरह साफ होता है।

कौनसा दूध अच्छा है गाय का दूध भैंस का दूध बकरी का दूध या किसी और पशु का दूध। इस पर एक अलग से लेख है जरूर पढ़ें।

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कोई भी दवा चिकित्सक के परामर्श से ही प्रयोग करें।

Ayurved Sagar
Vaid Karamjeet Singh
ayurvedsagarkhanauri@gmail.com

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